भाजपा के प्रदेश मंत्री नें केंद्रीय शिक्षा मंत्री से की शिकायत और जांच की मांग की.....
जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी पर लगा गंभीर आरोप तो शिक्षा परियोजना के एडीपीओ भी साधें है, चुपी
जिले के सभी पीएमश्री विद्यालयों में अभी तक नहीं किया गया कोई सामग्री की आपूर्ति आपूर्तिकर्ता के द्वारा
किसका है पेंट एजेंसी हाटगमहरीया और करीब 20 लाख रूपये तक का भुगतान गुप्ता ट्रेडर्स को ही सिर्फ किया गया; कैसे?
पीएमश्री प्रभारी सपना सिंह और लेखापदाधिकारी अनुष्का गुप्ता भी जांच के घेरे में
चाईबासाः पश्चिमी सिंहभूम जिला कभी पशुओं को मिलने वाले चारा के घोटाला के नाम से चर्चित हुआ था आज जिला का शिक्षा विभाग डीएमएफटी फण्ड और पीएमश्री के नाम से संचालित जिले के 20 पीएमश्री विद्यालयों के लिए केंद्र सरकार द्वारा आंवटन किए गए करोड़ो रूपये की घोटाला किए जाने को लेकर चर्चा में है। इस चर्चा में शिक्षा विभाग के जिम्मेदार जिला शिक्षा पदाधिकारी डीईओ, पीएमश्री प्रभारी सपना सिंह और लेखापदाधिकारी अनुष्का गुप्ता भी जांच के घेरे में है।
अब इस मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश मंत्री हेमंत केशरी नें भारत सरकार के केंद्रीय शिक्षामंत्री से पीएमश्री के 20 विद्यालयों के लिए किया गया करोड़ो रूपये जो शिक्षा के मंदीर में पीएमश्री की नाम की राशी भ्रष्टाचारियों की भेंट चढ़ गई है उसकी जांच कराने का मांग किया गया है।
अब यह भी चर्चा में है की जिले के सभी पी एम श्री विद्यालयों में अभी तक कोई सामग्री की आपूर्ति आपूर्तिकर्ता के द्वारा नही किया गया है। तथा लगभग 20 लाख रुपये तक का भुगतान गुप्ता ट्रेडर्स को ही सिर्फ किया गया है। समग्री के नाम पर लुट करने मे निविदा का भी प्रक्रिया नही हुआ है। जिला के अध्यक्ष और क्रय समिति को पता भी लगने नही दिया गया है। वहीं इस कार्य को लेकर चर्चा है की.....
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पीएमश्री की प्रभारी सपना सिंह |
पेंट एजेंसी हाटगमहरीया, कौन है चंदन. इधर भाजपा के प्रदेश मंत्री हेमंत केशरी नें केंद्री शिक्षा मंत्री को पत्र लिख कर चाईबासा के जिलाशिक्षा पदाधिकारी के कार्यशैली को दर्शाते हुए जांच करने की मांग किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री से जिसमें शिकायतकर्ता नें कहा की झारखंड राज्य स्तिथ हमारे पश्चिम सिंहभूम जिले में 20 "पी एम श्री विद्यालय" चयनित हैं। जिनमे पढ़ने वाले छात्रों के समग्र विकास के लिए मार्च माह के अंतिम सप्ताह में तकरीबन 2 करोड़ से ज्यादा की राशी उपलब्ध कराई गई। विभिन्न अखबारों मेंझ प्रकाशित खबरों से हमे जानकारी मिली कि उन राशियों को स्वास्थ्य शिविर, छात्र सम्मेलन, सामुदायिक कार्यों, हर्बल गार्डन तैयार करने, छात्रों के शैक्षणिक भ्रमण करने जैसे कार्यों को कराना था। पर श्रीमान जानकारी अनुसार इस हेतु बगैर कोई निविदा कराए मनमानी तरीके से चहेते वेंडरों द्वारा कार्य गुपचुप तरीके से करवाने की विषय आई है।
इस संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में जानकारी मांगे जाने पर टाल दिया गया। शिक्षा परियोजना के एडीपीओ इस पर अनभिज्ञता जाहिर कर पल्ला झाड़ लिए। मजबूर होकर उपायुक्त पश्चिम सिंहभूम को हमने 29 अप्रैल को आबंटित राशी का खर्च मानक निर्देशों के अनुरूप किया गया है कि नही उप पर जांच करवाने हेतु पत्र दिया था, पर अभी तक जांच प्रतिवेदन की प्रति हमे नही मिली है।
बताया गया की पूरे झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों से पी एम श्री विद्यालयों में दी गई राशियों पर अनियमितता की जानकारी आये दिन अखबारों में प्रकाशित हो रही है। पर राज्य के शिक्षा विभाग कोई कार्यवाई नही कर रही है। श्रीमान, मेरा आपसे निवेदन है कि प्रधानमंत्री जी के छात्रों के समग्र विकास हेतु उनके आकांक्षी इस योजना की राशी का लाभ छात्रों को मिले इस पर उचित कार्यवाई करने की कृपा करें, अन्यथा इस फंड की राशी भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ जायगी। जिसकी प्रतिलिपि- निर्देशक, झारखंड शिक्षा परियोजना को भी सूचनार्थ किया गया है।