चाईबासा: ईचा खरखाई बांध विरोधी संघ एवं सामाजिक संगठनों ने मिलकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं T A C के सभी सदस्यों, सांसद जोबा माझी, विधायक निरल पूर्ति और झारखंड मंत्री दीपक विरुवा का पुतला दहन चाईबासा के तांबो चौक में किया गया.
ज्ञात हो की लोकसभा चुनाव एवं विधानसभा चुनाव में झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा था 126 गांव जो कि बांध बनने से प्रभावित हो रहे हैं इसलिए बांध नहीं बनने दिया जाएगा, चाहे इसके लिए मुझे गोली ही क्यों ना खाना पड़े, बांध बनेगा तो मेरी लाश पर बनेगा, सांसद चुनाव से पहले जोबा मांझी ने भी भरोसा दिया था कि किसी भी हाल में बांध नहीं बनने दिया जाएगा.
इसीलिए मझगांव विधानसभा से सांसद चुनाव एवं विधानसभा चुनाव में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा को बहुमत के रूप में वोट प्राप्त हुआ, लेकिन आज वह 126 गाँव के सभी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. झारखंड सरकार का कहना है. कि दम की ऊंचाई काम किया जाएगा जिससे 18 गांव ही प्रभावित होंगे लेकिन यह नहीं बता पा रहे हैं, कि इस बांध से जो दो नहर निकल रही है जिसमें केन्द्र सरकार का करोड़ों रुपया लगा है.
अगर बांध की ऊंचाई ज्यादा नहीं होगा तो पानी जा ही नहीं सकता, सिर्फ लोगों को दिग भ्रमित करने का काम कर रही है झारखंड सरकार. साथ ही झारखंड सरकार की शराब बिक्री नीति पर भी सभी ने जोरदार विरोध किया, कहाकि TAC में कोई एक भी ऐसा सदस्य नहीं जो इस पर आवाज उठा सके.
ग्राम सभा को पूंजीपति अपने पॉकेट में रखकर मनचाहा जगह पर शराब बेचेंगे जिससे ग्रामीणों पर बुरा असर पड़ेगा, बच्चे भी कम समय में दारू का सेवन करने लगेंगे और घर घर में हमेशा झगड़ा होता रहेगा, महिलाएं ज्यादा शोषित होगी, हेमंत सोरेन सिर्फ बहरियों का साथ देने के लिए आदिवासियों को उजाड़ रही है.
मौके पर वीर सिंह बिरूली, सुरेश सोय, रेयांस समाड, महेन्द्र जामुदा, निरमल काडेयाग, बासिल हेम्ब्रोम, माधव चन्द कुक लं,हीरामाणी देवगम, सुशीला बोदरा,जम्बी कुदादा, डेजी हेम्बोम, रविन्द्र अलडा, सुरेन्द्र बुडुउली, साधु हो आदि मोजूद थे.