संस्कृति एवं विज्ञान संस्था के बैनर तले हो समाज का 1) शादी विवाह व दीरि दुल सुनुम।के संबंध में एक दिवसीय कार्यशाला के रूप में रखा गया
संतोष वर्मा
चाईबासाः को उच्च विद्यालय झींकपानी में आदि संस्कृति एवं विज्ञान संस्था के बैनर तले हो समाज का 1) शादी विवाह व दीरि दुल सुनुम।के संबंध में एक दिवसीय कार्यशाला के रूप में रखा गया। जिसमें जमशेदपुर, खरसांवा, चक्रधरपुर, जगन्नाथपुर, कुमारडूंगी, चाईबासा आदि क्षेत्रों के युवा युवतियां शामिल हुए। इस कार्यशाला को हो समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष कृष्णा बोदरा और कृष्णा सिंकू ने भाग लिया और युवाओं को समाज के रीति रिवाजों से अवगत कराया। हो समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष कृष्णा बोदरा ने बताया कि हमारा संस्कृति दुनियां में सबसे अनोखा और सभ्य है लेकिन अब यही संस्कृति जानकारी के अभाव में समाज बर्बाद हो रहा है। आज पर्व त्यौहार के दौरान नशा के कारण हत्या और बलात्कार जैसे घटनाएं हो रही है। जो हो समाज के लिए कलंक है। आदि संस्कृति एवं विज्ञान संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य जॉन मिरन मुंडा ने बताया कि बड़ा दुर्भाग्य है कि हो समाज में हो समाज महासभा और आदि संस्कृति एवं विज्ञान संस्था दोनों अलग अलग काम कर रहे हैं और दोनों ने आजतक समाज के कई बुराइयों को दूर करने में नाकाम रहे बल्कि दोनों संस्था के पदधारी अपने निजी लाभ से ज्यादा जुड़े रहे। मुझे खुशी है कि हो समाज महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष कृष्णा बोदरा ने एक होकर समाज का उत्थान के लिए मिलकर काम करने का समर्थन दिया। दुनियां के किसी भी समाज में अगर आर्थिक विकास नहीं होगा तबतक उस समाज का सांस्कृतिक विकास नहीं हो सकता। मेरा मानना है कि हमारा संस्कृति कृषि से जुड़ा हुआ है इसलिए हमें सालोभर खेती करने के लिए सोचना होगा तभी हमारा समाज आगे बढ़ेगा। पर्व त्यौहार में नाच गान सिर्फ करने से संस्कृति नहीं बचेगा। आने वाले दिनों में दियूरी सम्मेलन बुलाकर समाज में कई नियम कानून बनाकर समाज में हो रहे रीति रिवाजों के नाम पर गलतियों पर और नशापान पर रोक लगाने का प्रयास किया जायेगा। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सबों को महासचिव गोविंद कोंडाकल ने धन्यवाद दिया औरकार्यक्रम का समापन किया।