स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का ऐतिहासिक कदम संवेदना तथा न्याय की ओर : त्रिशानु राय
संतोष वर्मा
Chaibasaः: झारखण्ड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में एक ऐतिहासिक और संवेदनशील निर्णय का ऐलान किया। राज्य के किसी भी निजी अस्पताल में मृतक का शव किसी भी कारण, विशेष रूप से बिल भुगतान न होने की वजह से रोका नहीं जाएगा। अस्पतालों को मृतक का पार्थिव शरीर हर हाल में तुरंत परिजनों को सौंपा जाए।आर्थिक स्थिति से कमजोर लोगों को अपने ही परिजन के शव के लिए रोते-बिलखते देखना बेहद दर्दनाक होता है।मंत्री डॉ.इरफान अंसारी द्वारा लिए गए फैसला का स्वागत तथा आभार व्यक्त करते हुए रविवार को कांग्रेस जिला प्रवक्ता त्रिशानु राय ने कहा कि यह कदम केवल एक सरकारी आदेश नहीं है, बल्कि यह एक न्याय है मृतक और उसके परिवार के प्रति, मानवता के प्रति। झारखण्ड सरकार की यह पहल पूरे देश के लिए एक मिसाल बन सकती है। त्रिशानु राय ने आगे कहा कि इस निर्णय के माध्यम से राज्य सरकार ने यह संदेश दिया है कि चिकित्सा सेवा न केवल व्यावसायिकता है बल्कि सेवा और संवेदना का संगम भी है।
अब आवश्यक है कि इस नीति को जमीनी स्तर पर भी प्रभावी रूप से लागू किया जाए और सभी चिकित्सा संस्थान इसका पूर्ण रूप से अनुपालन करें। साथ ही, समाज के जागरूक नागरिकों को भी इस दिशा में अपनी भूमिका निभानी चाहिए, ताकि कोई भी परिवार ऐसी अमानवीय पीड़ा का शिकार न हो।