अंराष्ट्रीय नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी दिवस पर डी एल एस ए चाईबासा ने आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम

अंराष्ट्रीय नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी दिवस पर डी एल एस ए चाईबासा ने आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम


संत जेवियर उच्च विद्यालय लुपुंगुटु में हुआ आयोजन

26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है


संतोष वर्मा

Chaibasa  ः झालसा रांची के निर्देशानुसार और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष डीएलएसए चाईबासा मौहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार पश्चिम सिंहभूम के तत्वावधान में संत जेवियर उच्च विद्यालय लुपुंगुटु में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसअवसर पर प्राधिकार के सचिव रवि चौधरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को नशे की लत से बचाने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाना है.

यह दिवस नशे के विरुद्ध लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष रूप से हमें स्मरण कराता है, उन्होंने आगे कहा कि 

 विधिक सेवा अधिनियम 1987 में अस्तित्व में आया, और राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार की परिकल्पना साकार हुई , इसके माध्यम से जिला और पंचायत स्तर पर निशुल्क विधिक सेवा का लाभ आम लोगों को प्राप्त हो पा रहा है।

समाज के सबसे पिछड़े वर्ग तक भी न्याय की पहुंच बन सकी है, विधिक सेवा प्राधिकार की ऐसी कई महत्वपूर्ण योजनाएं है जो समाज में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने में कारगर साबित हो रही है, इसी क्रम में नशे के विरुद्ध अभियान एक महत्वपूर्ण योजना है इसके अंतर्गत नशे के प्रति लोगों को न सिर्फ जागरूक करना बल्कि उनके पुनर्वास और उनको मुख्यधारा से जोड़ने का भी उद्देश्य निहित है,

उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि यहां से मिली जानकारी को एक संकल्प के रूप में अपने जीवन में उतारेंगे और अपने परिवार, समाज और क्षेत्र को नशे के विरुद्ध जागरूक करेंगे।उन्होंने नालसा द्वारा शुरू की गई डॉन योजना (DAWN Scheme) के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य नशीली दवाओं के दुरुपयोग के पीड़ितों को कानूनी सेवाएं और सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, नालसा नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ने और लोगों को इसके खतरों के बारे में शिक्षित करने के लिए काम करता है। 

*DAWN डॉन योजना के मुख्य उद्देश्य हैं, नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना- नशा पीड़ितों की पहचान में कानूनी सहायता पुनर्वास नशा पीड़ितों के पुनर्वास की व्यवस्था करना 

 उन्होंने मुफ्त कानूनी सहायता पाने के पात्र की जानकारी भी दी 

जिसके अंतर्गत महिलाएं और बच्चे, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के सदस्य, औद्योगिक श्रमिक, बड़ी आपदाओं, हिंसा, बाढ़, सूखे, भूकंप और औद्योगिक आपदाओं के शिकार लोग, विकलांग व्यक्ति

हिरासत में रखे गए लोग

ऐसे व्यक्ति जिनकी वार्षिक आय १ लाख रुपए से अधिक नहीं है

बेगार या अवैध मानव व्यापार के शिकार व्यक्ति होते हैं। इस अवसर पर उपस्थित विद्यालय के शिक्षक ने कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) ने नशे के विरुद्ध कई योजनाएं शुरू की हैं जो नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ने और लोगों को इसके खतरों के बारे में शिक्षित करने के लिए तैयार की गई हैं।इस अवसर पर डी एल एस ए के अमित कुमार, अधिकार मित्र सहित बड़ी संख्या में विद्यालय के छात्र और सभी शिक्षक उपस्थित थे।

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