सदर अस्पताल चाईबासा में ब्याप्त गंदगी और मीनू के अनुरूप भोजन नही दिए जाने को लेकर भाजपा नेता उपायुक्त को लिखा पत्र,कार्रवाई की मांग की
श्रीमान केटरिंग वाले विगत 2 वर्षों से मीनू के अनुरूप नास्ते में अंडा और भोजन में दही के साथ अन्य सब्जियां नही दे रहें
अस्पताल प्रबंधक अस्पताल परिसर में ब्याप्त गंदगी पर कुछ भी कहने से कतराते रहते हैं,दबी जबान में कहा कि उनकी बात सफाई वाले और केटरिंग वाले नही सुनते हैं
संतोष वर्मा
Chaibasa ः देखिए डीसी साहब आपसे शिकायत के बाद भी मरिजों के साथ हो रहा खिलवाड़. पश्चिमी सिंहभूम जिला के सदर अस्पताल चाईबासा में ब्याप्त गंदगी और मिनू के अनुरूप मरिजों को भोजन नहीं दिए जाने के मामलों को लेकर भाजपा नेता हेमंत केशरी के द्वारा फिर एक बार लिखित शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग किया है.अब सवाल यह उठ रहा है इस मामले को लेकर कितनी कार्रवाई की जाती है देखने लाईक होगी. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की जब सदर अस्पताल का यह हाल है तो सामुदायिक स्वास्थ केंद्रो का किया हाल होगा यह अंदाजा लगाया जा सकता है. यह बात का चर्चा है की इन सभी मामले पर स्वास्थय विभाग का मुखिया भी कोई ध्यान नहीं देतें. वहीं भाजपा नेता हेमंत केशरी नें उपायुक्त को पत्र लिख कर बताया है की चाईबासा सदर अस्पताल में ब्याप्त कुब्यवस्था पर शिकायत करते हुए हम कहना चाहते हैं कि सदर अस्पताल में एक ही आउटसोर्स एजेंसी को विगत कई वर्षों से सफाई एवम सैनेटरी कार्य दिया जा रहा है. कार्य एजेंसी के सुपरवाइजर के अनुसार उनके 45 स्थानीय सफाईकर्मी 3 शिफ्ट में पूरे अस्पताल परिसर का सफाई सैनेटरी का कार्य करना है,पर उनके ही सफाईकर्मी के अनुसार 2 शिफ्ट के 10 से 12 सफाईकर्मी कार्य करते हैं।अस्पताल प्रबंधक अस्पताल परिसर में ब्याप्त गंदगी पर कुछ भी कहने से कतराते रहते हैं,दबी जबान में कहा कि उनकी बात सफाई वाले और केटरिंग वाले नही सुनते हैं।
श्रीमान, विगत 1 जुलाई को अस्पताल में ब्याप्त गंदगी के साथ सेनेटरी कार्य मे लापरवाही पर हमने आपका ध्यान आकर्षित किया था,जिसके बाद ओ पी डी में ब्याप्त शौचालय के फैलती बदबूदार दुर्गन्ध बन्द हुआ था.पर आज ओ पी डी के कमरे से पुनः फैलती दुर्गन्ध से मरीज परेशान थे,देखा तो पाया कि पुनः महिला वार्ड का शौचालय का बदबूदार पानी कमरे में बह रहा है जिससे मरीज मुँह ढ़ंक कर बगल कमरे में हाँथ से पंखा करते हुए खून जांच करवाने के लिए खड़े हैं।वार्डों की सफाई ब्यवस्था नही के बराबर है,आई सी यू और एमरजेंसी वार्ड में गंदगी फैली हुई है,शौचालयों से भयंकर बदबू सफाई के अभाव में फैल रही है।इतना ही नही आंख वाह्य कक्ष और आयुष केंद्र जाने वाले रास्ते मे कई टन बदबूदार कचड़े का ढेर जमा हुआ है.
मरीजों को रोजाना भोजन देने के लिए मीनू बना हुआ है,जिस पर केटरिंग वाले विगत 2 वर्षों से मीनू के अनुरूप नास्ते में अंडा और भोजन में दही के साथ अन्य सब्जियां नही दे रहे थे,जिसपर हमने इसी वर्ष अप्रैल माह में आपके यहाँ शिकायत किया तो रोजाना नास्ते में मीनू के अनुरूप अंडा 2 वर्ष के बाद दिया जाने लगा,पर आज मरीजों से मिली जानकारी के अनुसार नास्ते में पुनः अंडा नही दिया गया जो खेद की विषय है.दोपहर के खाने में 50 ग्राम दही भी मरीजों के मांगने पर दिया जाता है,जो काफी पतला पाया गया.
श्रीमान, हर माह अनेको लाख रुपये सैनेटरी और सफाई करने वाले आउटसोर्सिंग एजेंसी और मरीजों को भोजन आपूर्ति करने वाले केटरर को दिया जाता है फिर यह लापरवाही और अनियमितता मरीजों के स्वास्थ्य पर क्यों किया जा रहा है.हम आपसे मांग करते हैं कि सदर अस्पताल में मरीजों के स्वास्थ्य लाभ पर हो रही कोताही के रोकथाम के लिए जिले से किसी वरीय पदाधिकारी को उपरोक्त कार्यों की निरीक्षण हेतु नियुक्त किया जाय,क्योंकि अस्पताल प्रबंधन से आउटसोर्सिंग एजेंसी का कंट्रोल नही हो पा रहा है.हम आपसे यह भी मांग करते हैं के विगत कई वर्षों से एक ही एजेंसियों को सफाई सेनेटरी के अलावे केटरिंग कार्य मिलना सदेह के घेरे में आ रहा है
उसकी सघनता से जांच करवाई जाए की इनके कार्य आबंटन में क्या प्रक्रिया अपनाई जाती है,क्योंकि दबी जबान में यह चर्चा है कि सबकुछ टेबल में बैठकर दो या तीन कोटेशन लेकर कार्य आबंटित कर दिया जाता है जो काफी विसंगतिपूर्ण लगता है.
हमे विश्वास है कि इसपर आप त्वरित कदम उठाकर गरीब ग्रामीण मरीजो के स्वास्थ्य से किये जा रहे खिलवाड़ पर रोक लगवाएंगे जिसके लिये मरीज के परिवार आपके अनुग्रहित रहेंगें.