सरायकेला: तमाड़ विधानसभा क्षेत्र के चिरूडीह गांव को स्थानीय युवा मनीष महतो ने एक अनोखे कलात्मक गांव में बदल दिया। मनीष ने यहां की महिलाओं और बच्चियों को निःशुल्क सोहराई पेंटिंग का प्रशिक्षण देकर न केवल गांव की पहचान बदली है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया है।
आज चिरूडीह की हर दीवार पर खूबसूरत सोहराई पेंटिंग नजर आती है, जो इसे झारखंड की लोक कला संस्कृति का जीवंत उदाहरण बनाती है। मनीष महतो का कहना है कि वे इस प्राचीन विरासत और लोक कला के संरक्षण के लिए लगातार प्रयासरत हैं और झारखंड सरकार से इसके संरक्षण व प्रोत्साहन हेतु सहायता की मांग कर रहे हैं।
गांव की महिलाएं अब इस कला के जरिए आय अर्जित कर अपने परिवार का संबल बन रही हैं, जिससे चिरूडीह पूरे इलाके में एक कलात्मक और आत्मनिर्भर गांव के रूप में प्रसिद्ध हो गया है।