ग़म्हरिया: "जब लक्ष्य बड़ा हो, तो रास्ते की छोटी रुकावटें मायने नहीं रखतीं," - यही संदेश देते हुए जेएलकेएम के मजदूर नेता एवं जेबीकेएसएस संगठन मंत्री संजय गोराई ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्पण ही संगठन की सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने कहा कि पार्टी अभी अपने शुरुआती दौर में है और इसे मजबूत बनाने का समय आ गया है। 8 अगस्त को आदित्यपुर फुटबॉल ग्राउंड में आयोजित शहीद निर्मल महतो शहादत दिवस का जिक्र करते हुए गोराई ने बताया कि कार्यक्रम में कई बड़े नेताओं के नाम, जिनमें उनका नाम भी शामिल था, आमंत्रण सूची से हटा दिए गए। मंच पर सम्मान देने में भी कमी रही। इसके बावजूद, कार्यकर्ताओं और जनता की भारी उपस्थिति ने यह साबित कर दिया कि संगठन की एकजुटता विचारधारा पर आधारित है, न कि व्यक्तिगत पहचान पर।
गोराई ने कहा कि जेएलकेएम से जुड़ने से पहले ही वे औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे थे और पार्टी का हिस्सा बनने के बाद यह संघर्ष और तेज हो गया है। गुटबाजी के आरोपों पर उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी सुप्रीमो जयराम महतो की नजर सब पर है और वे किसी भी तरह के भेदभाव या विभाजन को पनपने नहीं देंगे।
अंत में उन्होंने स्थानीय पदाधिकारियों से अपील की कि व्यक्तिगत मतभेद छोड़कर मजदूरों, किसानों और आम जनता के हक की लड़ाई में एकजुट होकर जेएलकेएम को गांव-गांव, शहर-शहर तक पहुंचाएं और इसे जनआंदोलन का रूप दें।