इस अवसर पर कांग्रेस नेता फुलकांत झा ने कहा कि महज 18 वर्ष की आयु में खुदीराम बोस ने हंसते-हंसते फांसी के फंदे को गले लगाकर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी अंतिम इच्छा मां को याद करना था, जिसे पूरा करते हुए उन्होंने प्राण न्योछावर कर दिए। नेताओं ने कहा कि अंग्रेजों का यह क्रूर आदेश मिथिलांचल की धरती को कलंकित करने वाला था, जिसने पूरे मिथिलावासियों के हृदय को झकझोर दिया।
कार्यक्रम में कांग्रेस नेता इंद्रकांत झा, सुषेण मंडल, अमर सिंह, सुनील, रंजीत, पूनम देवी सहित अनेक कार्यकर्ता एवं आमजन मौजूद रहे और नम आंखों से शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।