चाईबासा: चाईबासा पुलिस ने सारंडा जंगल में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने दो कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक छत्तीसगढ़ और दूसरा झारखंड का रहने वाला है। गिरफ्तार नक्सलियों पर हत्या, विस्फोट और पुलिस पर हमले जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
चाईबासा पुलिस ने सारंडा जंगल में चलाए गए विशेष अभियान के दौरान दो कुख्यात नक्सलियों को दबोचा है। गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम और शिवा बोदरा उर्फ शिबु के रूप में हुई है।
संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम पर हत्या, विस्फोट, पुलिस पर हमले, आर्म्स एक्ट, यूएपीए और सीआईएल अधिनियम के तहत 30 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं वह ओडिशा के राउरकेला में हुए विस्फोटक लूटकांड में भी शामिल था।
गिरफ्तार नक्सलियों के पास से एक पिस्टल, 11 कारतूस, दो मैगजीन, दो वॉकी-टॉकी, डेटोनेटर और आईईडी बनाने का सामान बरामद किया गया है।
पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि माओवादी संगठन के शीर्ष नेता अनल नीर रमेश, मिसिर बसेरा और अजय महंत किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। इसके बाद एएसपी अभियान पारस राणा के नेतृत्व में चाईबासा पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त टीम बनाई गई।
टीम ने जराइकेला थाना क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में ऑपरेशन चलाया और दोनों नक्सलियों को धर दबोचा। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं और आने वाले दिनों में नक्सलियों के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा।
सारंडा जंगल में नक्सलियों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।