गिरफ्त में आए कैशियर के गोपनीय डायरी में समाहरणालय के तीन पदाधिकारी के कमिशन देने का नाम होने की भी चर्चा
चाईबासा ( संतोष वर्मा ) : एसीबी जमशेदपुर की टीम में आज शुक्रवार को लगभग 11 बजे ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल चाईबासा के रोकर पाल बी टी सिंह को ₹50000 घुस लेते रंग हाथ गिरफ्तार किया है ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल द्वारा मन हारी के रोलाडीह में खेल मैदान में चेंजिंग रूम , शौचालय निर्माण हेतु 12 लाख 46 हजार ₹700 बता जाता है। कि लेखापाल द्वारा घुस की राशि का पालक अभियंता जितेंद्र पासवान जिले के वरीय अधिकारियों एवं विभाग के अधिकारियों तक पहुंचती थी।
एसीबी टीम गिरफ्तार लेखापाल बी टी सिंह को लेकर अपने साथ जमशेदपुर ले गए जमशेदपुर मानगो स्थित उनके आवास पर की एसीबी छापामार कर रही है। एसीबी की टीम में डीएसपी, इस्पेक्टर टाइप काफी संख्या में पुलिस बल शामिल थे विकास करता संवेदना का विवाद वाराणसी में लेखापाल बीटी सिंह सिंह के खिलाफ शिकायत की गई थी और मामला दर्ज करा गया था जिसके बाद बीटी सिंह टीम ने जांच पड़ताल की और उसे पकड़ने के लिए आज पूरी तैयारी लालच करके साथ ऐसी भी की टीम सदा प्रखंड कार्यालय के पीछे विशेष प्रमंडल ग्रामीण विकास विभाग के कार्यालय पहुंची और ₹50000 आग घुस लेते लेखापाल बीटी सिंह को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
मालूम हो की आखिरकार जिला प्रशासन के प्रिय और चहेते कार्यकरी एजेंसी विशेष प्रमंडल के कैशियर बी टी सिंह को पचास हजार अवैध ढंग से कमिशन वसुली करते ए सी बी ने रंगे हाथ पकड़ा। सूत्रों की माने तो गिरफ्त में आए कैशियर के गोपनीय डायरी में समाहरणालय के तीन पदाधिकारी के कमिशन देने का नाम होने की भी चर्चा।
विदित हो कि ग्रामीण संवेदक संघ के द्वारा ग्यारह परसेंट कमिशन वसूली करने की शिकायत राज्य के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री आलमगीर आलम से करने के बाद से ही विशेष प्रमंडल में विकास योजनाओं में भारी कमिशन वसुली का मामला जोर पकड़ने लगा। विदित हो कि तीन साल से अधिक समय से जिला जमे समाहरणालय में के पदाधिकारी के सांठगांठ से विशेष प्रमंडल में विकास योजनाओं की राशि खुलेआम लूट की जा रही थी।
इस लुट पर लगाम लगाने के लिए लगातार राजनीतिक दलों और गैर सरकारी संगठनों के द्वारा जांच की मांग की जाती रही, लेकिन जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए राशि की लुट और अवैध वसूली करने को खुली छूट दे दी।आज साबित हो गया कि जो कमिशन वसुली का आरोप लगाया जाता रहा है,जो आज सच हो गया। लेकिन जिला प्रशासन दोनो हाथों से विकास राशि को लुटने के लिए सौ करोड़ से भी अधिक की योजना दी गई,जबकि कार्य क्षमता से अधिक योजना देने की भी चर्चा जोरों पर हो रही है।
सूत्रों की माने तो विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता जितेंद्र पासवान के गिरफ्तार कैशियर समाहरणालय के उच्चाधिकारियों के आवास में फल की टोकरी और मिठाई का अनेकानेक डब्बा पहुंचाया करते थे।