चाईबासा/सतोष वर्मा: जिला प्रशासन के अधीन एक मात्र कार्यकारी एजेंसी राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम में कार्य बल यानी सहायकों और कर्मचारियों की नियुक्ती/प्रतिनियुक्ति करने का मामला विभागीय मंत्री इरफ़ान अंसारी तक पहुंचा। हां यह वही जिला प्रशासन की एक मात्र एजेंसी है, जिसके पास स्वीकृत पदों के अनुपात में मात्र एक ही सहायक आठ पांच पद का कार्य करने पर मजबुर हैं। एक सहायक के भरोसे लगभग डेढ़ सौ करोड़ की योजना का भार दिया गया है।
इस संबद्ध में कार्यपालक अभियंता सुभाष प्रसाद सिंह ने लिखित रूप में कार्यालय में सहायकों की प्रतिनियुक्ति की मांग किए हैं, लेकिन जिला प्रशासन इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया है। जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री सोना राम सिंकु ने जिला प्रशासन के इस एजेंसी को हाई टेक करने और दुरुस्त करने के लिए ग्रामीन विकास मंत्री को अन्य विभाग की एजेंसी के तर्ज पर व्यवस्थित करने के लिए सभी सत्र पर सहायकों की प्रतिनियुक्ति करने की माग किए हैं।
मालूम हो कि निविदा प्रक्रिया को तेजी से पुरा करने तथा भुगतान को सरल बनाने के उद्देश्य से विधायक ने मंत्री से इस संबद्ध में करवाई के लिए अनुशंसा किए हैं। जिला प्रशासन को खुद से समझना चाहिए कि सौ करोड़ से अधिक की योजना का कार्य के लिए किस तरह की स्थापना होना चाहिए,जो काम जिला प्रशासन को करना चाहिए आज माननीय को करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन के द्वारा कार्यपालक अभियंता की मांग को नज़र अंदाज़ करने का मामला को संवेदकों ने गंभीरता से लिया है। संवेदकों का भुगतान जिला परिषद के द्वारा होता है, जिसमें काफ़ी समय लगता है।