चाईबासा: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े ऑपरेशन में झारखंड की वांछित महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है। रेणुका नामक महिला पश्चिमी सिंहभूम जिले के सोनुआ थाना क्षेत्र स्थित कुदाबुरु गांव की रहने वाली है और पुलिस के साथ हुए तीन मुठभेड़ों में भी शामिल थी। वह दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में पहचान छिपाकर रह रही थी और वहां महाराणा प्रताप एन्क्लेव में घरेलू सहायिका के रूप में नौकरी कर रही थी। 23 वर्षीय महिला महज 10 साल की उम्र में ही माओवादी संगठन में शामिल हो गई थी।
2016 में उसने कुख्यात नक्सली नेता रमेश के नेतृत्व वाले सीपीआई (माओवादी) संगठन में शामिल होकर कोल्हान के जंगलों में प्रशिक्षण लिया था, जहां यहां 40-50 महिलाओं सहित लगभग 450 नक्सली मौजूद थे। पश्चिमी सिंहभूम जिले के एसपी आशुतोष शेखर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसे लाने के लिए चाईबासा से पुलिस की टीम रवाना हो गई है। झारखंड पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में महिला ने स्वीकार किया कि उसने पांच साल तक कठिन नक्सली प्रशिक्षण लिया था और अत्याधुनिक हथियार चलाने में निपुण हो गई थी।
वह 2018, 2019 और 2020 में पुलिस बल के साथ हुई मुठभेड़ में शामिल थी। इसके बाद संगठन के आदेश पर वह पहचान बदलकर दिल्ली आ गई। उसने 2020 से नोएडा और दिल्ली में घरेलू सहायिका के रूप में काम किया और गुप्त रूप से रहने लगी।बताया जा रहा है कि माओवादी संगठनों के सदस्य अब महानगरों में गुप्त रूप से रहकर अपनी गतिविधियां चला रहे हैं।