आधार कार्ड, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बनने और पेंशन समस्याओं को लेकर आदिवासी किसान मजदूर पार्टी नें प्रखंड विकास पदाधिकारी जगन्नाथपुर के विरूद्व किया जोरदार प्रदर्शन, और BDO का फूंका पुतला
पांच पांच महीनें से लगा रहे लोग चक्कर, 300 सौ अधिक आवेदन पड़े हे पेंडिंग,साहब कार्यालय के बजाय आराम फरमाते हैं आवास में
आक्रोशित ग्राणिणों नें प्रखंड विकास पदाधिकारी को हटाने का किया मांग
संतोष वर्मा
Chaibasaः आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले जगन्नाथपुर प्रखंड के सैकड़ों ग्रामीणों ने अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री झारखंड सरकार के नाम एक मांग पत्र सौंपा। पार्टी के जिला अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में ग्रामीणों ने आधार कार्ड, जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र, पेंशन योजनाओं की खराब स्थिति और प्रशासनिक लापरवाही पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया।प्रदर्शन से पहले जगन्नाथपुर हाई स्कूल से जुलूस निकाला गया, जो मालहा टोला शिव मंदिर और मुख्य चौक होते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचा। वहां सैकड़ों ग्रामीण धरने पर बैठ गए और जोरदार नारेबाजी की.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आधार कार्ड बनवाने और अपडेट कराने के लिए ग्रामीणों को चाईबासा, झींकपानी और यहां तक कि उड़ीसा के चंपुआ तक का सफर करना पड़ रहा है। इसके बावजूद काम समय पर नहीं हो पाता और महीनों तक लोगों को भटकना पड़ता है। आधार अपडेट न होने के कारण लगभग 70% लाभुकों की पेंशन बंद हो गई है। माईयां सम्मान योजना से भी लाभ नहीं मिल पा रहा है।जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण बच्चों का स्कूलों में नामांकन रुक गया है, वहीं मृत्यु प्रमाण पत्र न मिलने से विधिक प्रक्रिया भी बाधित हो रही है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पूर्व में आधार अपडेट की सुविधा प्रखंड में थी, लेकिन BDO जगन्नाथपुर ने बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किए इसे बंद करा दिया। इसके चलते ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ गई है। प्रदर्शनकारियों ने BDO पर विकास कार्यों में रुचि न लेने और मनरेगा जैसी योजनाओं में टालमटोल करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने बताया कि कुआं, तालाब निर्माण कार्य अधूरे हैं और खराब चापाकलों की मरम्मत तक नहीं हो रही है।
मांग पत्र में ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि BDO जगन्नाथपुर प्रखंड कार्यालय में नियमित उपस्थित नहीं रहते और लोगों को उनसे मुलाकात तक नहीं हो पाती। ऐसे में जनता की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं। ग्रामीणों ने BDO का तत्काल तबादला कर क्षेत्रीय भाषा जानने वाले सक्षम अधिकारी की नियुक्ति की मांग की।प्रदर्शन में शामिल किसानों ने लैंप्स से मिलने वाले खाद-बीज की समय पर आपूर्ति न होने पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि समय पर खाद-बीज नहीं मिलने से खेती प्रभावित होती है और किसान योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते। उन्होंने जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी से मामले को गंभीरता से लेने की मांग की।धरना के बाद प्रदर्शनकारी जगन्नाथपुर मुख्य चौक पर पहुंचे, जहां उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी का पुतला दहन किया। इस दौरान “तानाशाही BDO हाय-हाय”, “आधार केंद्र बंद क्यों?”, “BDO जवाब दो”, और “जगन्नाथपुर को लप्रखंड बनाना बंद करो” जैसे नारे लगे।धरने के बाद तैयार किए गए मांग पत्र की प्रतिलिपि मुख्य सचिव झारखंड सरकार, रांची और उपायुक्त चाईबासा पश्चिमी सिंहभूम को भेजी गई। कार्यक्रम में महिलाओं और पुरुषों की बड़ी भागीदारी देखी गई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं किया गया और मांगों को अनदेखा किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।