गोप गौड़ आरक्षण आंदोलन समिति की हुंकार कुमारडुंगी से उठा आरक्षण संघर्ष का बिगुल

गोप गौड़ आरक्षण आंदोलन समिति की हुंकार कुमारडुंगी से उठा आरक्षण संघर्ष का बिगुल


santosh verma

Chaibasa ः  कुमारडुंगी के फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में बुधवार को आयोजित विशेष बैठक में गोप, गौड़ आरक्षण आंदोलन समिति के बैनर तले भारी संख्या में समाज के लोग एकजुट हुए।बैठक की अध्यक्षता समिति के नेतृत्वकर्ता रामहरि गोप ने की और समाज के हक- अधिकार को लेकर जोशीला संबोधन दिया।रामहरि गोप ने साफ कहा आरक्षण हमारा संवैधानिक हक है। अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो संघर्ष की आग सत्ता के गलियारों तक पहुँचेगी। अब पीछे हटने का सवाल ही नहीं है।  विगत दिनों समिति द्वारा क्षेत्र के विधायक सोनाराम सिंकू, निरल पूर्ति, जगत माझी, सुखराम उरांव, मंत्री दीपक बिरुआ, राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा माननीय राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार को लिखित पत्राचार कर पिछड़े वर्ग की समस्याओं से अवगत कराया गया था।साथ ही जिले के उपायुक्त चंदन कुमार को भी इस संबंध में लिखित सूचना दी गई थी।लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर कोई ठोस और निर्णायक कदम नहीं उठाया गया है।समिति ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि प्रशासन और सरकार ने अब भी ठोस निर्णय नहीं लिया तो जन आंदोलन ही इसका निर्णायक रूप होगा और इसकी पूरी जवाबदेही जिला प्रशासनिक पदाधिकारी एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की होगी।बैठक में उठाए गए मुख्य मुद्दे जिला स्तरीय नौकरियों में पिछड़े वर्ग की लगातार उपेक्षा। सरकारी स्कूलों में पिछड़े वर्ग के बच्चों की शिक्षा की बदहाल स्थिति। जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण सुनिश्चित करने की माँग। पिछड़ा वर्ग की सूची का विस्तार और हक-अधिकार की गारंटी। 

उपस्थित लोगों ने साफ कहा कि यह लड़ाई सिर्फ आरक्षण की नहीं बल्कि अस्तित्व और सम्मान की लड़ाई है।समिति का ऐलान और विस्तार बैठक का संचालन बिपिन गोप ने किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह आंदोलन अब सीमित दायरे में नहीं रहेगा, बल्कि गाँव–गाँव और प्रखंड–प्रखंड तक फैलेगा। बैठक में पाँच प्रखंड तांतनगर, कुमारडुंगी, मंझारी, जगन्नाथपुर और मझगांव, के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में निर्णय लिया कि प्रत्येक प्रखंड स्तर पर युवाओं के नेतृत्व में संगठन का विस्तार किया जाएगा। 28 अगस्त तक हर प्रखंड में विशेष बैठक आयोजित होगी, जिसमें ग्राम स्तर पर इकाई समितियाँ गठित कर आंदोलन को जन–जन का मुद्दा बनाया जाएगा। प्रत्येक प्रखंड की जिम्मेदारी वहीं के युवाओं को दी गई है, ताकि स्थानीय स्तर पर समाज को जोड़ा जा सके और आंदोलन में हर गाँव की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो। बैठक में शामिल कार्यकर्ताओं ने कहा अब सिर्फ बैठक नहीं, बल्कि सड़क से सदन तक आरक्षण की गूंज सुनाई देगी। सभा का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि चाहे कितना भी संघर्ष क्यों न करना पड़े, पिछड़े वर्ग के सम्मान और आरक्षण अधिकार को हर हाल में हासिल किया जाएगा। बैठक में रमेश बेहरा, अरुण कुमार गोप, संतोष कुमार गोप , सिकंदर गोप, मनोज गोप, प्रकाश गोप, रघुनाथ गोप, प्रदीप गोप, जगन्नाथ गोप, अरुण कुमार गोप, लिपटोन राउत, पंकज बेहरा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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